तस्वीर April 16, 2014 सुई कि कड-कड आहट ने सपने बुने, उधेड़ बुन में कुछ बिखरे तोह तो कुछ आबाद हुए, सुबह कि गर्मी में कुछ सिलवटें सुलझी, तब जाके तस्वीर साफ़ हुई. Read more